परहित में छिपा है ईश्वर सेवा का मार्ग परहित सारिस धर्म नही भाई – यह वाक्य गोस्वामी तुलसीदास जी ने मानस में लिखा और सार्थक रूप से… By Bakaiti Desk , in अध्यात्म , at January 6, 2021